Tuesday, April 28, 2020

Nick Vujicic motivational story

Motivational2020stories:- (In both Hindi and English) more stories then click hare click

Nick Vujicic motivational story
Nick vujicic

हेलो दोस्तों नमस्कार आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे Motivational2020stories में यहां हम आपको नई-नई स्टोरी से आपको मोटिवेट करते हैं चलिए हम आपका ज्यादा टाइम ना लेते हुए स्टोरी  को शुरू करते हैं|और स्टोरी को पूरा अंत तक पढ़े  तभी दोस्तों आपको पूरा तर्क समझ आएगा

यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है|जो पैदाइशी से ही एक बीमारी के शिकार थे जिसके कारण उनके हाथ और पैर दोनों नहीं थे|उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से जो पद हासिल किया है  जिससे लोग आज उनको जानते हैं जिनका नाम है निक वुजिक इनका जन्म ऑस्ट्रेलिया में हुआ था|वे phocomelia बीमारी से पीड़ित थे|

डॉक्टर भी हैरान थे कि उनके हाथ पैर नहीं है और उनके माता-पिता भी बहुत चिंतित रहते थे जैसे-जैसे निक वुजिक बड़े होते गए वैसे-वैसे उनके सामने बहुत सारी कठिनाइयां आने लगी|उनके माता-पिता सोचते थे कि निक वुजिक का जीवन कैसा होगा बचपन में उनको बहुत कठिनाइयां झेलनी पड़ी|

उन्हें न केवल अपने स्कूल में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा बल्कि उनकी विकलांगता व अकेलेपन से  वे निराशा के अंधकार में डूब चुके थे|

वे हमेशा यही सोचते थे और ईश्वर से प्रार्थना करते थे कि काश उनके हाथ-पांव मिल जाएं| वे अपनी विकलांगता से इतने निराशावादी हो चुके थे कि उन्होंने 10 साल की उम्र में आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी

लेकिन फिर उनकी मां के द्वारा दिया गया लेख पत्र को पढ़कर जिंदगी का पूरा नजरिया ही चेंज हो गया था|यह लेख एक समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ था|जो एक विकलांग व्यक्ति की अपने विकलांगता से जंग और उस पर विजय की कहानी थी उस दिन उनको यह समझ आ गया था कि मैं अकेला नहीं हूं इस जंग में कई व्यक्ति हैं|जो संघर्ष कर रहे हैं


निक धीरे-धीरे समझ गए थे कि मैं अपनी जिंदगी को सामान्य तरीके से जी सकता हूं| निक ने धीरे-धीरे पैर की जगह निकली हुई उंगलियां और कुछ उपकरणों से कंप्यूटर पर टाइप करना सीख लिया|और 17 वर्ष की उम्र में उन्होंने व्याख्यान देना शुरू कर दिया 21 वर्ष की उम्र में एकाउंटिंग और फाइनेंस मैं ग्रेजुएशन कर लिय|
Nick vujicic

उन्होंने एटीट्यूड इज एटीट्यूड नाम की एक कंपनी बनाई और धीरे-धीरे वे एक प्रेरक वक्ता के नाम से प्रसिद्ध हुए जिनका खुद का जीवन अपने आप में एक चमत्कार है|उन्होंने प्रेरणा और सकारात्मक का संदेश देने के लिए लाइफ विदाउट लिंब्स नाम से गैर-लाभकारी संगठन बनाया|

सिर्फ एक सफल व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक सामान्य आदमी की तरह कई चीज करते हैं जैसे कि गोल्फ व फुटबॉल खेलते हैं  तैरते हैं स्काईडाइविंग और सर्फिंग भी करते है|

यह अपने आप में एक उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं| लेकिन इससे भी ज्यादा प्रभावित करने वाली बात तो यह है कि आज वह दुनिया को जिंदगी जीने का तरीका सिखा रहे है

जहां हम छोटी-छोटी बातों से परेशान और हताश हो जाते हैं वहां निक जैसे लोग हर पल साबित करते रहते हैं|की असंभव कुछ नहीं प्रयास करने पर सब संभव है प्रयास करने पर सब आसान हो जाता है|

जिंदगी द्वारा दी गई हर चीज को खुले मन से स्वीकार करना चाहिए चाहे वह मुश्किल ही क्यों ना हो और मुश्किलें ही वह सीढ़ियां हैं जो जिंदगी में हमें सक्सेस की ओर ले जाती हैं  और इस पर हमें कामयाबी और खुशी मिलती है|

इस कहानी से हमको यह सीख मिलती है कि मुश्किलों का सामना हमें डटकर करना चाहिए |

जब निक जैसे व्यक्ति सब कुछ कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं कर सकते |

इसलिए दोस्तों मेहनत करते रहिए परेशानी से ना भागेै एक दिन हम जरूर सक्सेस होंगे| धन्यवाद दोस्तों कमेंट करके जरूर बताइएगा आपको यह स्टोरी कैसी लगी

Motivational2020stories:- (In both Hindi and English) more stories then click hare click

////////////////////////////////////////////////////////////////////////

English translation:-

Motivational2020stories:- (In both Hindi and English) more stories then click hare click

Nick Vujicic motivational story

Hello friends Hello, welcome once again here in our Motivational2020stories, we motivate you with a new story, let's start the story without taking too much of your time.  Will understand.

This is the story of a person who was born naturally suffering from a disease due to which he did not have both hands and feet. The position he has achieved through his hard work and struggle by which people today know him, whose name is Nick Vujic.  Born in Australia, he was suffering from phocomelia disease.

The doctors were also surprised that he had no legs and his parents also used to be very worried as Nick Vujic grew older, he encountered many difficulties. His parents thought that Nick Vujic's life  What would it be like to face many difficulties in childlessness?

Not only did he face many difficulties in his school, but due to his disability and loneliness, he was immersed in the darkness of despair.


 He always thought the same and used to pray to God that his hands and feet should be found.  He was so pessimistic about his disability that he even tried to commit suicide at the age of 10.

But then after reading the article given by his mother, the whole outlook of life was changed. This article was published in a newspaper which was a story of a disabled person fighting with his disability and victory over it that day.  They realized that I am not alone in this battle. There are many people who are struggling



 Nick slowly understood that I can live my life in a normal way.  Nick gradually learned to type on the computer with the toes and some devices instead of toes. And at the age of 17, he started lecturing and graduated in accounting and finance at the age of 21.


 He formed a company called Attitude is Attitude and gradually he became known as a motivational speaker whose own life is a miracle in itself. He gave a non-profit called Life Without Limbs to give a message of inspiration and positive.  Organization made |


 Not only a successful person, but like a normal man, he does many things like playing golf and football, swimming, skydiving and surfing.


 This is a remarkable achievement in itself.  But even more impressive is that today he is teaching the world how to live life.


 Where we get upset and frustrated with trivial matters, people like Nick keep proving every moment. It is possible that if you try nothing impossible, everything becomes easy by trying.


 Everything given by life should be accepted with an open mind, no matter how difficult it is and difficulties are the steps that lead us to success in life and on this we get success and happiness.


 From this story, we learn that we must face the difficulties firmly.


 When a person like Nick can do everything, why can't we?


 So keep working hard friends, do not run away from trouble, one day we will definitely be successful.  Thank you, friends will definitely tell you how you liked this story.

Motivational2020stories:- (In both Hindi and English) more stories then click hare click

Friday, April 24, 2020

Life concentration motivational

Motivational2020stories:- (In both Hindi and English) more stories then click hare click

Life concentration
Concentration

लाइफ में एकाग्रता लाना क्यों जरूरी है

हेलो दोस्तों नमस्कार आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे Motivational2020stories में यहां हम आपको नई-नई स्टोरी से आपको मोटिवेट करते हैं चलिए हम आपका ज्यादा टाइम ना लेते हुए स्टोरी  को शुरू करते हैं|


कोई भी कार्य को सफल बनाने के लिए एकाग्रता के साथ कार्य करना जरूरी होता है|एकाग्रता नहीं होगी तो आप हर काम में बहाना बनाएंगे| कई बार आपके साथ भी हुआ होगा जब आप पढ़ाई कर रहे होंगे तो तब कोई भी चीज आपको डिस्टर्ब कर रही होगी|इस वजह से आपने उस समय पढ़ना छोड़ दिया होगा|लेकिन सच यह है कि आप यदि एकाग्रता से पड़ेंगे तो आपको कोई भी चीज डिस्टर्ब नहीं कर सकती|आज हम आपको एकाग्रता पर एक कहानी के माध्यम से आप को समझाते हैं|
Temple

यह कहानी एक महिला की है जो रोज मंदिर सुबह पूजा करने जाती थी|लेकिन वह सही से पूजा नहीं कर पाती थी|इससे परेशान होकर वह महिला ने 1 दिन मंदिर के पुजारी से कहा|अब मैं मंदिर नहीं आया करूंगी|

इस पर पुजारी ने पूछा क्यों=?
Different activities of people

इस पर महिला ने बोला कि मैं मंदिर आती तो हूं|और यह देखती हूं कि लोग मंदिर परिसर में आकर मोबाइल फोन पर अपने व्यापार के विषय में बात करते रहते हैं|कुछ लोगों ने तो मंदिर को कुछ स्थान पर बैठकर गपशप मारने का स्थान बना रखा है|कुछ पूजा कम पाखंड दिखावा ज्यादा करते हैं|

पुजारी यह बात सुनकर कुछ देर तक चुप रहे|फिर कहां आप सही बोल रहे हैं|परंतु आप अपना अंतिम निर्णय लेने से पहले क्या आप मेरे कहने से एक काम कर सकती हैं !

महिला बोली हां! आप बताइए क्या करना है
पुजारी ने कहा-आप एक गिलास में पानी भर लीजिए और मंदिर परिसर के अंदर दो बार परिक्रमा लगाइए|लेकिन शर्त यह है कि गिलास का पानी गिरना नहीं चाहिए|

महिला बोली ठीक है मैं ऐसा करती हूं!
फिर थोड़ी ही देर में उस महिला ने एक गिलास पानी लेकर ऐसा ही कर दिखाया|

उसके बाद मंदिर के पुजारी ने उस महिला से 3 सवाल पूछे-

* क्या आपने किसी को फोन पर कुछ बात करते देखा?

* क्या आपने किसी को मंदिर में गपशप करते देखा?

* क्या किसी को पाखंड करते देखा?

महिला बोली मैंने कुछ भी नहीं देखा!

फिर पुजारी बोले- जब आप परिक्रमा लगा रही थी तो आपका पूरा ध्यान गिलास पर था कि इससे पानी नहीं गिर जाए
इसलिए आपको कुछ भी नहीं दिखाई दिया|

इसलिए अब जब भी आप मंदिर आए तो अपना पूरा  ध्यान भगवान में ही लगाना फिर आपको कुछ नहीं दिखाई देगा| सिर्फ भगवान ही सर्वत्र दिखाई देंगे| कुछ दूसरी चीज तब दिखाई देती है जब आप उस पर ध्यान देते हैं|

दोस्तों इस कहानी से हमको यह सीख मिलती है कि-

जब भी हम हमारा कार्य करें तो ध्यानपूर्वक और एकाग्रता होकर ही करना चाहिए जिससे आप हर काम कर सकते हैं|

ओरी मोटिवेशनल स्टोरी देखने के लिए यहां क्लिक करें
Click

\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\

English translation:- more stories click motivational2020stories


Life concentration
Concentration

Why is it important to bring concentration in life.

Hello friends Hello, welcome once again here in our Motivational2020stories, we motivate you with a new story, let's start the story without taking too much of your time.


To make any work successful, it is necessary to work with concentration. If there is no concentration, then you will make excuses in every work.  Many times it must have happened to you when you are studying, then anything will be disturbing you. Because of this you must have stopped studying at that time. But the truth is that if you fall in concentration, then you will have any  Can not disturb. Today we explain to you through a story on concentration.
Temple

This is the story of a woman who used to go to the temple every morning to worship. But she was not able to worship properly. Troubled by this, the woman told the priest of the temple for 1 day. Now I will not come to the temple.

The priest asked why =?
Different activities of people

On this, the woman said that I come to the temple and see that people come to the temple premises and talk about their business on mobile phones. Some people have made the temple a place to sit and gossip.  Some worship is less hypocrisy than pretense.

Hearing this, the priest kept quiet for a while. Then where are you saying right? But before you take your final decision, can you do one thing as I say!

The lady said yes!  You tell me what to do

 The priest said - Fill a glass of water and do a circumambulation twice inside the temple premises. But the condition is that the glass water should not fall.

The lady said okay I do it!

 Then in a while the woman took a glass of water and did the same.

After that the temple priest asked the woman 3 questions-

 * Did you see anyone talking on the phone?

 * Did you see anyone gossiping in the temple?

 * Did anyone see hypocrisy?

 The lady said I did not see anything!

Then the priest said - When you were doing the circumambulation, your whole focus was on the glass so that water does not fall from it.

 That's why you didn't see anything.


 Therefore, whenever you come to the temple, focus all your attention on God and then you will see nothing.  Only God will appear everywhere.  Something else appears when you pay attention to it.


Friends, we learn from this story that-


 Whenever we do our work, it should be done carefully and with concentration so that you can do everything.

More stories then click below link:-
Click

Wednesday, April 22, 2020

Learning to be punished motivational

Motivational2020stories:- click


हेलो दोस्तों नमस्कार आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे Motivational2020stories में यहां हम आपको नई-नई स्टोरी से आपको मोटिवेट करते हैं चलिए हम आपका ज्यादा टाइम ना लेते हुए स्टोरी  को शुरू करते हैं|
King


सजा बनी सीख:-

यह कहानी बहुत पुराने समय की है|पुराने समय के राजा बहुत ही सनकी हुआ करते थे|पुराने समय के राजाओं की जुल्म करने की भी कोई सीमा नहीं होती थी|अगर किसी आदमी पर उसे गुस्सा आ जाता तो बड़ी कड़ी सजा देता था|जैसे की किसी को रात भर बर्फ के पानी के अंदर खड़े रहने की सजा|

More stories click

एक दिन उसे अपने महामंत्री अवधेश पर गुस्सा आ गया तो उसने वही तरीका अपनाया और अपने मंत्री को रात भर ठन्डे पानी में खड़े रहने की सज़ा दे दी|अरुणेश बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति था|वह सोचने लगा कि क्या तरीका हो सकता है कि राजा को सबक मिल सके और खुद वो इस सज़ा से भी बच जाये|

अचानक उसके दिमाग में एक विचार आया और जब शाम के वक़्त राजा ने अवधेश को सज़ा देने के लिए बुलाया तो अवधेश चेहरे पर मुस्कान लिए राजा के पास पहुंचा तो राजा ने उसे ठन्डे पानी में जाने के लिए इशारा किया लेकिन उसने देखा कि महामंत्री के चेहरे पर बिलकुल भी शिकन या भय नहीं है जबकि वो तो ख़ुशी से झूम रहा है जैसे उसके लिए ये कोई अच्छा अवसर हो

हैरान राजा ने उस से पूछ ही लिया कि तुम इतना प्रसन्न किस वजह से जबकि मेने तुम्हे ये सज़ा दी है क्या तुम्हे डर नहीं लग रहा इस पर महामंत्री ने राजा से कहा इसमें डरने वाली कौनसी बात है मेरे लिए तो ये एक तरह से बहुत अच्छा ही है क्योंकि राज वैध्य ने मुझे बताया है कि जल्दी गुस्सा हो जाने वाले व्यक्ति समय से पहले बुढ़ापा पा लेते है और ठन्डे पानी में खड़े रहना इसका सर्वोत्तम उपाय है  इसलिए मेरे लिए तो ये फायदेमंद ही होगा क्योंकि मैं भी तो बहुत अधिक गुस्सा करता हूँ|

राजा को चिंता हुई उसने सोचा बात तो इसकी भी वाजिब है क्योंकि मैं भी तो बहुत गुस्सा करता हूँ इसलिए उसने महामंत्री को जाने से रोक दिया और कहने लगा तुम नहीं जाओगे मैं आज की रात ये उपचार लूँगा क्योंकि राजा को बुढ़ापे का भय था|


थोडा समय बीता राजा को ठण्ड लगने लगी लेकिन जवानी के लालच में वो खड़ा रहा|लेकिन फिर थोड़ी देर बाद ही उसे ख्याल आया की ठन्डे पानी में खड़े रहकर भला कौनसी जवानी हासिल होती है जबकि व्यक्ति इसमें तो बीमार हो सकता है और अधिक देर तक खड़े रहने के बाद उसकी मौत भी हो सकती है|कुछ देर बाद उसे अपनी भूल का अहसास हो गया कि मैं भी लोगो को ऐसी सज़ा देता हूँ तो उन्हें भी तो कितनी पीड़ा होती होगी|शायद इसी लिए अवधेश ने मुझे शिक्षा देने के लिए ये कहा होगा|

राजा को अपनी गलती का अहसास हो गया और उसने महामंत्री को बुलाकर उससे क्षमा मांगी और भविष्य में ऐसे अजब गजब आदेश नहीं देने का वचन भी दिया|

More stories then click
////////////////////////////////////////////////////////////////////////

English translation:-

Motivational2020stories:


Hello friends Hello your once again welcome in our motivational2020stories. Here we make you motivate you from a new story. We do not take much time and start the story.

Learning to be punished: -


This story is of very old time. The king of old times used to be very eccentric. If there was no limit to oppose the kings of the old time. If someone gets angry on a man, then he used to punish a big picture.

One day, he got angry at his Maha Pritan Awadhesh, he adopted the same method and punished his minister to stand in cold water overnight. Arunesh was a very intelligent person. He started thinking that the king could get lessons and himself

Suddenly, an idea came to his mind and when the king called to punish Avadhesh, then reached the king to smile on Awadhesh face, then the king pointed to go to the cold water but he saw that even on the face of the Mahamuri.

The surprise king asked him to ask him why you have so much pleased while I have punished you. The Mahamani said, "What is afraid of what is afraid of it, it is very good for me because the secret has told me that early

More stories then click

The thought that he had worried about the King, because I am very angry, so he stopped the Mahamiter from going and said, "You will not go. I will take this treatment for the night because the king had afraid of old age.

The king started to feel cold, but he was standing in the greed of youth. But after a while, he came to think about who is standing in the cold water, while the person can be sick and after standing for him.

The king realized his mistake and he also called the Mahamuri and asked for forgiveness and not to give such a strange order in the future.

More stories then click

Monday, April 20, 2020

Utilization of learning motivational

Motivational2020stories:-

हेलो दोस्तों नमस्कार आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे Motivational2020stories में यहां हम आपको नई-नई स्टोरी से आपको मोटिवेट करते हैं चलिए हम आपका ज्यादा टाइम ना लेते हुए स्टोरी  को शुरू करते हैं|

विद्या का सदुपयोग.

विद्या वह ज्ञान है| जिसका  सदुपयोग किया जाए तो मानव सक्सेस की ओर जा सकता है चलिए हम एक कहानी के माध्यम से समझते हैं|

एक गांव में एक व्यक्ति पशु पक्षियों का व्यापार करता था एक दिन उसे पता चला कि उसके गुरु पशु पक्षियों की बोली को भी समझते हैं|उसके मन में यह ख्याल आया कि यह विद्या यदि मुझे मिल जाए तो यह विद्या मेरे लिए बहुत फायदेमंद रहेगी| और वे अपने गुरु के पास चले गए वहां पहुंचकर अपने गुरु की बहुत सेवा पानी किया और अपने गुरु से यह विद्या सीखने के लिए आग्रह किया|
Guru or bhakt

उस व्यक्ति के गुरु ने यह विद्या सिखा तो दी लेकिन साथ ही उसे चेतावनी दी के अपने लोभ के लिए इसका इस्तेमाल ना करें|अन्यथा तुम्हें कुफल भोगना पड़ेगा व्यक्ति ने हामी भर दी और वह घर की ओर वहां से निकल गए|व्यक्ति घर पहुंचा तो कबूतरों के जोड़ों को यह कहते हुए सुना की मालिक का घोड़ा 2 दिन बाद मरने वाला है|इस पर उसने अगले ही दिन घोड़े को अच्छे दाम पर बेच दिया अब उसको भरोसा हुआ कि पशु पक्षी एक दूसरे को अच्छे से जानते हैं|
Dog

अगले दिन उसने अपने कुत्ते को यह कहते हुए सुना कि मालिक की मुर्गिया जल्दी ही मर जाएँगी तो उसने बाजार जाकर सारी मुर्गियों को अच्छे दामों पर बेच दिया | और कई दिनों बाद उसने सुना कि शहर की अधिकतर मुर्गियां किसी महामारी की वजह से मर चुकी है वो बड़ा खुश हुआ कि चलो मेरा नुकसान नहीं हुआ|
Cat

हद तो तब हो गयी जब उसने एक दिन अपनी बिल्ली को यह कहते हुए सुना कि हमारा मालिक अब तो कुछ ही दिनों का मेहमान है तो उसे पहले तो विश्वास ही नहीं हुआ लेकिन बाद में अपने गधे को भी उसने वही बात दोहराते हुए सुना तो वो घबरा कर अपने गुरु के पास गया और उनसे बोला कि मेरे अंतिम क्षणों में करने योग्य कोई काम है तो बता दें क्योंकि मेरी मृत्यु निकट है|

इस पर गुरु ने उसे डांटा और कहा कि मूर्ख मेने पहले ही तुझसे कहा था कि अपने हित के लिए इस विद्या का उपयोग मत करना क्योंकि सिद्धियाँ न किसी की हुई है और न किसी की होंगी | इसलिए मेने तुझसे कहा था कि अपने लाभ के लिए और किसी के नुकसान के लिए इनका प्रयोग मत करो |
पर तूने वही किया मूर्ख|

इस कहानी से हमको यह सीख मिलती है कि,

*  सिद्धियों का हमेशा सदुपयोग करना चाहिए|

*  सिद्धियों का प्रयोग हमेशा दूसरे के प्रयोजन में करना चाहिए|अपने स्वार्थ के लिए कभी नहीं करना चाहिए

More motivational stories then click below link click

////////////////////////////////////////////////////////////////////////English translation:-


Motivational2020stories: -


 Hello friends Hello, welcome once again here in our Motivational2020stories, we motivate you with a new story, let's start the story without taking too much of your time.


 Utilization of learning.


 Knowledge is that knowledge.  If used properly, we can go towards human success, let us understand through a story.


 In a village, a man used to trade animal birds. One day he came to know that his master also understood the dialect of animal birds. He thought in his mind that if I get this knowledge then it will be very beneficial for me.  And he went to his Guru, reached there and did a lot of service to his Guru and urged his Guru to learn this learning.


 The master of that person taught this knowledge but also warned him not to use it for his greed. Otherwise you have to suffer bad person. The person agreed and he left the house.  The pigeon pairs were heard saying that the owner's horse is going to die after 2 days. On this, he sold the horse the next day at a good price. Now he is convinced that the animal birds  Know it well.


 The next day he heard his dog saying that if the owner's chickens would die soon, he went to the market and sold all the chickens at good prices.  And after several days he heard that most of the chickens in the city have died due to an epidemic. He was very happy that I did not suffer any loss.


 The extent was reached when he heard his cat saying one day that our owner is now a guest for a few days, he did not believe at first but later he heard his ass repeating the same thing.  Fearing, he went to his Guru and told him that if there is anything to do in my last moments, then tell me because my death is near.


 At this the Guru rebuked him and said that the fool had already told you not to use this knowledge for your own benefit, because no one has done or will have any achievements.  That's why I told you not to use them for your benefit and for anyone's loss.

 But you did the same fool.

From this story we learn that,


 * Siddhis should always be well utilized.


 * Siddhis should always be used for the purpose of others. Never for their own selfishness.

More stories then click below link
Click

Saturday, April 18, 2020

Variations Motivational Story



बदलाव मोटिवेशनल स्टोरी:-



मोटिवेशन स्टोरी में आपका एक बार फिर हमारे ब्लॉग पर स्वागत है नमस्कार दोस्तों आपको इस मोटिवेशनल स्टोरी में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा जैसे कि बदलाव बदलाव एक ऐसा शब्द है जिससे आप अपने जीवन रेखा को बदल सकते हैं और ठान लो तो सब मुमकिन है चलिए आपका टाइम ना वेस्ट करते हुए मैं आपको स्टोरी की ओर ले चलता हूं


जिंदगी में बहुत सारे अफसर ऐसे आते हैं जब हम बुरे हालातों का सामना कर रहे होते हैं और सोचते हैं कि क्या किया जा सकता है और क्या कर सकते हैं क्योंकि मुश्किल हालातों में सब कुछ बदलना असंभव है


और क्या पता मेरा यह छोटा सा बदलाव कुछ क्रांति लेकर आएगा कि नहीं लेकिन मैं आपको बता दूं हर चीज या बदलाव की शुरुआत बहुत ही बेसिक ढंग से होती है कई बार सफलता हमसे थोड़ी ही दूर रहती है पर हम हार मान लेते हैं जबकि अपनी क्षमताओं पर भरोसा रख कर किया जाने वाला कोई भी बदलाव छोटा नहीं होता और वो हमारी जिन्दगी में एक नीव का पत्थर भी साबित हो सकता है|

एक कहानी पढ़ते है इसके द्वारा समझने में आसानी होगी कि छोटा  बदलाव किस कदर महत्वपूर्ण है|
Running boy 
एक लड़का सुबह सुबह दौड़ने को जाया करता था|आते जाते वो एक बूढी महिला को देखता था|वो बूढी महिला तालाब के किनारे छोटे छोटे कछुओं की पीठ को साफ़ किया करती थी| एक दिन उसने इसके पीछे का कारण जानने की सोची|
Frogs
वो लड़का महिला के पास गया और उनका अभिवादन कर बोला ” नमस्ते आंटी ! मैं आपको हमेशा इन कछुओं की पीठ को साफ़ करते हुए देखता हूँ आप ऐसा किस वजह से करते हो ?”  महिला ने उस मासूम से लड़के को देखा और  इस पर लड़के को जवाब दिया ” मैं हर रविवार यंहा आती हूँ और इन छोटे छोटे कछुओं की पीठ साफ़ करते हुए सुख शांति का अनुभव लेती हूँ |”  क्योंकि इनकी पीठ पर जो कवच होता है उस पर कचता जमा हो जाने की वजह से इनकी गर्मी पैदा करने की क्षमता कम हो जाती है इसलिए ये कछुवे तैरने में मुश्किल का सामना करते है|कुछ समय बाद तक अगर ऐसा ही रहे तो ये कवच भी कमजोर हो जाते है इसलिए कवच को साफ़ करती हूँ|
Variations frog of motivational
यह सुनकर लड़का बड़ा हैरान था|उसने फिर एक जाना पहचाना सा सवाल किया और बोला “बेशक आप बहुत अच्छा काम कर रहे है लेकिन फिर भी आंटी एक बात सोचिये कि इन जैसे कितने कछुए होंगे जो इनसे भी बुरी हालत में है जबकि आप सभी के लिए ये नहीं कर सकते तो उनका क्या क्योंकि आपके अकेले के बदलने से तो कोई बड़ा बदलाव नहीं आयेगा न|

महिला ने बड़ा ही संक्षिप्त लेकिन असरदार जवाब दिया कि भले ही मेरे इस कर्म से दुनिया में कोई बड़ा बदलाव नहीं आयेगा लेकिन सोचो इस एक कछुवे की जिन्दगी में तो बदल्वाव आयेगा ही न|तो क्यों हम छोटे बदलाव से ही शुरुआत करें|


इस कहानी से सीख:-

दोस्तों इस कहानी को पढ़ने से हमें यह तात्पर्य हुआ है कि छोटा सा बदलाव जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव हो सकता है
बस कर्म और मेहनत करते रहे जिंदगी में सक्सेस आपके कदमों में होगी

दोस्तों और भी मोटिवेशन वीडियो देखने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें यहां पर बहुत सारी मोटिवेशनल स्टोरी दी गई है  click

////////////////////////////////////////////////////////////////////////

English translation:-

Variations Motivational Story: -




 Welcome to our blog once again in Motivation Story Hello friends, you will get to learn a lot in this Motivational Story as if change is a word with which you can change your lifeline and be determined then all is possible for you  I lead you to the story while not wasting time.

There are many officers in life when we are facing bad situations and think what can be done and what can be done because it is impossible to change everything in difficult circumstances.



 And do you know whether this small change will bring some revolution or not, but let me tell you, every thing or change starts in a very basic way, sometimes success is only a little away from us but we give up when our abilities  Any change made by trusting is not small and it can also prove to be a foundation stone in our life.


 Read a story, it will be easy to understand how small changes are important.
A boy used to go for a run in the morning. He used to see an old lady while coming. That old lady used to clean the back of small turtles on the banks of the pond.  One day he thought of the reason behind this.
The boy went to the woman and greeted them and said, "Namaste Aunty!  I always see you cleaning the back of these turtles for what reason do you do this? "  The woman looked at the boy with that innocence and replied to the boy, "I come here every Sunday and feel the peace of peace by clearing the backs of these little turtles."  Because the armor that is on their back reduces the ability to produce heat due to the accumulation of waste on them, so these tortoises face difficulty in swimming.  They become weak, so I clean the armor.
The boy was very surprised to hear this. He again asked a familiar question and said, "Of course you are doing a great job but still aunt think one thing how many such turtles will be in such a bad condition while all of you  If you cannot do this then what about them because your change alone will not bring any major change.


 The woman gave a very brief but effective answer that even though my actions will not bring any major change in the world, but think that life of this one tortoise will not change. So why should we start with small changes?



 Learn from this story: -


 Friends, reading this story has meant that a small change can be a big change in life.

 Success will be in your footsteps just by working and working hard


 Friends, click on the link given below to see even more Motivation videos. Here is a lot of Motivational Story.

Click

Wednesday, April 15, 2020

Shoes did not even have money near Usain Bolt motivational


शूज के पैसे भी नहीं थे उसैन बोल्ट के पास

वर्ष 2009 में बर्लिन में हुई विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उसैन बोल्ट (Usain Bolt) ने 100 M एवं 200 M की रेस में स्वयं का ही विश्व रिकॉर्ड तोड़कर तथा 9.50 एवं 19.19 सेकण्ड्स का नया रिकॉर्ड बनाकर, विश्व को चौंका दिया।

दुनिया के सबसे तेज उसैन बोल्टके बचपन की कहानी, उसी की माँ की जुबानी- यह कहानी उस व्यक्ति की है, जो फर्श से अर्श तक पहुँचा है। कहानी उस व्यक्ति की, जो बचपन में खेलता था क्रिकेट, लेकिन आज धूम मचा रहा है एथलेटिक्स में और बन गया है दुनिया का सबसे तेज दौड़ने वाला। आप उसे उसैन बोल्ट (Usain Bolt) के नाम से जानते हैं, लेकिन मेरे लिए वह मेरा प्रिय बेटा ही है। मेरे पति वेलेस्ले गाँव में छोटी-सी दुकान चलाते हैं,

इसलिए बचपन में उसैन को स्पोट्र्स शूज नहीं दिला पाए थे। स्कूल प्रबन्धन ने उसे ये जूते दिलाए, जिससे उसकी ट्रेनिंग ने रफ्तार पकड़ी। उसैन का जन्म जमैका के छोटे से गाँव ट्रेलॉनी पेरिश (शेरवुड कन्टेंट) में हुआ, जहाँ स्ट्रीट लाइट्स नहीं थी और पीने का पानी भी नहीं के बराबर था।

जहाँ बजुर्ग आज भी गधे पर बैठकर इधर-उधर जाते हैं और लोगों को पीने के पानी के लिए सार्वजनिक नल के सामने घण्टों लाइन लगानी पड़ती है।

उसैन बचपन में हाइपर एक्टिव था। वो जब तीन सप्ताह का था, तो मैं उसे बिस्तर पर लिटाकर कमरे से बाहर चली गई। जब मैं कमरे में आई, तो देखा वो बिस्तर से गिर गया था, लेकिन उस पर चढ़ने की कोशिश में जुटा हुआ था। उसी समय मुझे लग गया था कि यह साधारण बच्चा नहीं है।

उसका जन्म तय समय से डेढ़ सप्ताह बाद हुआ था। मुझे लगता है। उसकी रफ्तार सिर्फ उसी समय धीमी रही होगी। मेरे पिता ने सबसे पहले यह नोट किया कि इस बच्चे में कुछ खास बात है। उसके बाद से मैंने उसैन के खान-पान पर ध्यान देना शुरू किया। हमने उसैन का एडमिशन विलियम निब स्कूल में कराया था। वहाँ की प्रिन्सिपल लोन थोप ने कुछ दिन बाद हमें बताया कि हमारा बेटा खेलों में बहुत अच्छा है,

इसलिए उसकी ट्रेनिंग का ध्यान भी स्कूल ही रखेगा। बीजिंग में जब उसैन चैम्पियन बना, तो थोपें की खुशी देखने लायक थी। बीजिंग ओलम्पिक में रिकॉर्ड बनने के बाद, उस सफलता के बाद गाँव पर खूब पैसा बरसा। – माँ (जेनिफर बोल्ट)
////////////////////////////////////////////////////////////////////////English translation:-

Shoes did not even have money near Usain Bolt:-

In the World Athletics Championship in Berlin in the year 2009, he has surprised the world by breaking itself world records in 100 m and 200 m and by making a new record of 9.50 and 19.19 seconds.

The story of the world's fastest Bolt's childhood, the mother of the same mother - this story belongs to the person who has reached the floor. The story of the person who played in childhood, but today is making a break in athletics and has become the world's fastest racer. You know him in the name of Usain Bolt, but for me he is my beloved son. My husband runs a small shop in Vellesley village,

Therefore, he could not give Sports Shoes to her childhood. The school management gave it shoes, so that his training grabbed the speed. Usain was born in Jamaican's small village Trailon Perish (Sherwood Content) where there was no street light and drinking water was not even equal.

Where the bidder still sit on the ass and goes around and people have to pay the lines in front of the public tap for drinking water.

Hyper was active in her childhood. When he was three weeks, I went out of the room and leaving him on the bed. When I came to the room, he saw that he had fallen from bed, but was trying to climb on it. At the same time I was not a simple child.

Her birth was done by one and a half weeks later. I think His speed will be slow at the same time. My father first noted that this child has something special. Since then, I started paying attention to the Khan Pan. We had done it in the Admission William Nib School. There was a few days later, we told us that our son is very good in sports,

Therefore, the focus of his training will also keep school. In Beijing, when he made her champion, it was worth seeing the happiness. After becoming a record in Beijing Olympics, after that success, a lot of money on the village. - Mother (Jennifer Bolt)

Sunday, April 12, 2020

Last attempt

 

                                  आखिरी प्रयास 

एक समय की बात है|एक राज्य में एक प्रतापी राजा राज्य करता था एक दिन उसके दरबार में एक विदेशी मनुष्य आया  और उसने राजा को एक सुंदर पत्थर उपहार में प्रदान किया

राजा वह पत्थर को देखकर बड़ा प्रसन्न हुआ उसने उस पत्थर से भगवान विष्णु की प्रतिमा का निर्माण कर उसे राज्य के मंदिर में स्थापित करने का निर्णय लिया और प्रतिमा निर्माण का कार्य राज्य के महामंत्री को सौंप दिया|

महामंत्री गांव के सर्वश्रेष्ठ मूर्तिकार के पास गया और उसे पत्थर देते हुए बोला कि महाराज मंदिर में विष्णु भगवान की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं सात दिवस के भीतर इस पत्थर से भगवान विष्णु की प्रतिमा तैयार करके राज महल में पहुंचा देना इसके लिए तुम्हें 50 स्वर्ण मुद्राएं दिए जाएंगे|

मूर्तिकार इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने औजार निकाल लिए अपने इन औजारों में से एक हथोड़ा निकाला और पत्थर पर वार करने लगा  किंतु वह पत्थर जस के तस रहा उसने फिर कई बार उस पत्थर पर वार किए परंतु पत्थर नहीं टूटा|


50 बार प्रयास करने के उपरांत मूर्तिकार ने अंतिम बार प्रयास करने के उद्देश्य से हथोड़ा उठाया किंतु यह सोचकर हथौड़े से पत्थर पर प्रहार करने के पूर्व ही उसने हाथ खींच लिया कि जब 50 बार हथोड़ा मारने से नहीं टूटा तो अब क्या टूटेगा|



वह पत्थर लेकर वापस महामंत्री के पास गया और महामंत्री से बोला कि यह पत्थर तोड़ना नामुमकिन है इसलिए इससे भगवान विष्णु की प्रतिमा नहीं बन सकती|

महामंत्री को राजा का आदेश हर स्थिति में पूर्ण करना था इसलिए उसने भगवान विष्णु की प्रतिमा निर्मित करने का कार्य एक गांव के एक साधारण से मूर्तिकार को सौंप दिया पत्थर लेकर मूर्तिकार ने महामंत्री के सामने ही उस पर हथौड़े से प्रहार किया और वह पत्थर एक बार में ही टूट गया|

पत्थर टूटने के बाद मूर्तिकार प्रतिमा बनाने में जुट गया इधर महामंत्री सोचने लगा कि काश पहले मूर्तिकार ने एक और अंतिम प्रयास किया होता तो सफल हो जाता और 50 मुद्राओं का हकदार होता|

मित्रों हम भी अपने जीवन में ऐसी परिस्थितियों से दो-चार होते रहते हैं कई बार किसी कार्य को करने के पूर्व या किसी समस्या के सामने आने पर उसका निराकरण करने के पूर्व ही हमारा आत्मविश्वास डगमगा जाता है और हम प्रयास किए बिना ही हार मान लेते हैं कई बार हम 1,2, प्रयास में सफलता नहीं मिलती है तो हम प्रयास करना छोड़ देते हैं

यदि जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो बार-बार असफल होने पर भी तब तक प्रयास करना नहीं छोड़ना चाहिए जब तक सफलता नहीं मिल जाती. क्या पता जिस प्रयास को करने के पूर्व हम हाथ खींच ले वही हमारा अंतिम प्रयास हो और उसमें हमें कामयाबी प्राप्त हो जाए.


////////////////////////////////////////////////////////////////////////

English translation:-

Last attempt



 Once upon a time, a glorious king ruled in a kingdom. One day a foreign man came to his court and gifted a beautiful stone to the king.


 The king was very happy to see the stone, he decided to build the statue of Lord Vishnu from that stone and install it in the temple of the state and handed over the work of building the statue to the state's Chief Minister.


 The General Minister went to the best sculptor of the village and gave him a stone and said that Maharaj wants to install the statue of Lord Vishnu in the temple and prepare the statue of Lord Vishnu from this stone within seven days and send it to the Raj Mahal for this.  Will be given


 To accomplish this purpose, the sculptor took out his tools and took out a hammer from one of these tools and started hitting the stone, but the stone remained like it again hit it several times but the stone did not break.


 After trying 50 times, the sculptor raised the hammer for the last attempt, but before pulling the stone with a hammer, he pulled out his hand, what would break when the hammer did not break 50 times.


 He went back to the Chief Minister with the stone and said to the General Minister that it is impossible to break the stone, so it cannot be made a statue of Lord Vishnu.


 The Chief Minister had to fulfill the King's order in every situation, so he handed over the task of building the statue of Lord Vishnu to a simple sculptor of a village, taking the stone, the sculptor hit him with a hammer in front of the General Minister and that stone once  Broke into itself.


 After the stone was broken, the sculptor started to make the idol. Here the General Minister thought that if the first sculptor had made another last attempt, he would have succeeded and deserved 50 postures.


 Friends, we also keep going through such situations in our life, many times our confidence is shaken before doing any work or before solving any problem, and we would give up without trying.  There are times when we do not get success in 1,2, we give up trying


 If you want to achieve success in life, then despite repeated failures, one should not stop trying until success is achieved.  Do we know that before we try to pull our hands, that should be our last attempt and we will get success in it.



Please like share and comment and follow for new motivational stories